कहानी का सारांश: एक बकरी के बारे में इस कहानी को सुनें जो एक ब्राह्मण द्वारा बलिदान होने वाला है। जब ब्राह्मण के शिष्य बकरी को नहलाने के लिए नदी में ले जाते हैं, तो वह बकरा हंसने लगता है और फिर रोने लगता है। बकरा ब्राह्मण से कहता है कि वह पाप करने की कीमत चुका रहा है। बकरे ने क्या पाप किया था ? और बकरे को क्या कीमत चुकानी पड़ती है? जाने इस कहानी को सुन कर।
इस कहानी की सीख यह है कि जो हमारे भाग्य में लिखा गया है, उससे हम बच नहीं सकते।
इस जैसी अन्य कहानियों को सुन सकते है बालगाथा पाड्कैस्ट द्वारा, जिसे आप Apple Podcasts, Spotify, Google Podcasts, Castbox, TuneIn , Saavn और Stitcher पर सुन सकते हैं। अधिक जानकारी के लिए जाइए
gaathastory.com/podcasts पर |
अगर आप को यह कहानी पसंद आयी तो आप रिव्यू ज़रूर दीजिएगा । यह रिव्यू हमें बालगाथा को और बहतर बनाने में मदद करते हैं ।
Summary of the story: When the Brahman's disciples take the goat to the river for bathing, the goat starts laughing and then crying. The goat tells the Brahman that it is paying the price for committing a sin. What is the sin? And what price does the goat have to pay?
The moral of this story is that we cannot escape what is written is our fate.
You can listen and subscribe to Baalgatha Hindi Podcast on Apple Podcasts, Spotify, Google Podcasts, Castbox, TuneIn , Saavn and Stitcher. To learn more, visit
gaathastory.com/podcasts.